हरियाणा विकास मॉडल की नई तस्वीर गढ़ेगा स्वस्थ्य मंत्रालय – — 162 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) अब संशाधन युक्त भव्य दिखेंगे-
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– समाज जागरण 24tv-
– सीपीएच प्रमुख कृष्णराज अरुण-
चंडीगढ़ / पंचकूला
हरियाणा विकास मॉडल की नई तस्वीर गढ़ेगा स्वस्थ्य मंत्रालय – इसके लिए सरकार ने नया वैकल्पिक डिजाइन तैयार कर लिया है। शहरी कस्बे हों या देहात के गावों से जुड़े PHC के जर्जर भवनों को नए सिरे से शसक्त ंसंसाधन सज्जित बनाया जाएगा। इसके साथ ही PHC स्तर पर ECG और एक्स-रे की सुविधा भी मरीजों की दी जाएगी।
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नए हरियाणा की तसवीर अब मजबूत संसाधनों से मजबूत भव्य इमारतों में तब्दील होने की तैयारी- की जा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के नए वैकल्पिक स्वरूप का यह दावा हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने किया। विज ने बताया कि सरकार ने यह निश्चित कर लिया है कि- बदहाली के आंसू बहाने वाली टूटी-फूटी हमारी PHC अब शानदार इमारतों में तब्दील होंगी –
हेल्थ मिनिस्टर अनिल विज ने बताया कि विभाग को आदेश दिया गया है कि जितनी भी टूटी-फूटी हमारी PHC हैं, उनके भवन को दोबारा बनाया जाए।
US-एफडीए प्रमाणित उपकरण लिए जाएंगे। हॉस्पिटल अब नए रूप में होंगे। श्री
विज ने बताया कि सरकार ने यह निश्चित कर लिया है कि जो भी दवाई देंगे वह WHO GMP लेंगे और हम उससे नीचे के मापदंड की कोई दवाई नहीं ले रहे हैं। इसी प्रकार, यूएस-एफडीए प्रमाणित उपकरणों को अस्पतालों हेतु लिया जा रहा है क्योंकि जब तक अच्छे उपकरण नहीं होंगे तब तक डॉक्टर अच्छा इलाज नहीं कर सकते।
फिलहाल चार जिलों में कैथ लैब संचालित-
विज ने बताया कि हम कोशिश कर रहे हैं कि सभी जिला अस्पतालों में एक्स-रे की मशीन, अल्ट्रासाउंड, MRI और कैथ लैब संचालित हों। वर्तमान में राज्य के 4 जिलों में कैथ लैब संचालित हैं जिनमें अंबाला, फरीदाबाद और गुरुग्राम आदि शामिल है और हम अब तक हजारों लोगों का जिंदगी बचा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी की ऊँची सोच के कारण हम स्वास्थ्य विभाग का ढांचा पूरी तरह से बदल देना चाहते हैं।
अनिल विज के अनुसार हमने इम्पैनलमेंट की नीति में बदलाव किया है कि NABH अस्पतालों को ही एंपैनल करने का फैसला लिया है। हमारे एक निर्णय से राज्य के लगभग 400 निजी अस्पताल NABH हो गए। इसी प्रकार से सरकारी अस्पतालों को एनक्वेश मापदंड से सर्टिफाइड किया जा रहा है। इसके अलावा, ई-उपचार के माध्यम से सभी स्वास्थ्य सुविधाओं को आपस में जोड़ा जा रहा है ताकि सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में ऑनलाइन के माध्यम से मरीजों की जानकारी उपलब्ध हो सके।
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