ये कैसा रिश्तों का कत्ल – रिटायर्ड फौजी रविवार रात भाई भाभी सहित बच्चों को मौत के घाट उतारे – लाशें जलाने तक की कहानी सामने आई -नारायणगढ़ थाना क्षेत्र में सन्नसनी – मामला जमीनी विवाद रंजिश थी –
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— कृष्ण राज अरुण —
-samajjagran 24tv –
चंडीगढ़ / दिल्ली / नारायणगढ़ – अम्बाला जिले में नारायणगढ़ थाना क्षेत्र में रविवार रात एक परिवारी जमीनी रंजिश के चलते रिटायर फौजी ने भाई सहित भाभी और माँ सहित उसके बच्चों तक को मौत की नींद सुलाने में दहसत की कहानी गढ़ दी। पांचो को मारने के बाद लाशें भी जलाने की भूमिका में रिटायर्ट फौजी पीछे नहीं रहा।
मामला नारायणगढ़ थाना क्षेत्र पीर माजरी रतौर ग्राम में हुए भाई भाई के इस खुनी खेल से पूरा क्षेत्र सन्न रह गया। पूर्व फौजी भूषण ने अपने भाई, भाभी, छह माह के भतीजे, 5 साल की भतीजी और मां की गला रेत कर हत्या कर दी। आरोपी के पिता ओम प्रकाश ने उसका विरोध किया तो उसे भी मारपीट कर घायल कर दिया। भाई की एक बेटी गंभीर रूप से घायल थी, जिसकी भी मौत हो गई है।
हत्याकांड के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया-
घटना की सूचना पाकर रात 3 बजे ही पुलिस अधीक्षक अंबाला जिला मुख्यालय से सुरेंद्र सिंह भौरिया मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। साथ ही हत्यारे की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन कर दिया है। जो जगह-जगह दबिश दे रही है।
आरोपी भूषण कुमार ने धारदार हथियार से जिन लोगों की हत्या की है उसमें मां, भाई, भाई की पत्नी और उसके दो बच्चे शामिल है। आरोपी ने जमीन विवाद में आधी रात को परिवार के सभी सदस्यों के एक-एक कर गले काटे। मृतकों की पहचान 35 वर्षीय हरीश कुमार, 32 वर्षीय सोनिया, 65 वर्षीय सरोपी देवी, पांच वर्षीय यशिका और 6 महीने का मयंक के रूप में हुई है। इसके अलावा दो लोग गंभीर रुप से घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए चंडीगढ़ रेफर किया गया है।
बताया जा रहा है कि पहले भी दोनों में कई बार विवाद हो चुका है। जमीन को लेकर कई बार पंचायत हो चुकी थी। लेकिन सालों से विवाद सुलझ नहीं रहा था। बात यहां तक पहुंच जाएगी,
पुलिस की मनोवैज्ञानिक ततपरता ने एक्शन रिजल्ट से हुई गिरप्तारियाँ –
आरोपी और उसके ससुराल पक्ष सहयोगी ज्यादा दूर भागने की कोशिश को पुलिस ने नाकाम करते फौरी कार्यवाही ने एक्शन रिजल्ट दिखाया जिससे जिला एसपी सुरेन्द्रसिंह की मौजूदगी में नारायणगढ़ पुलिस का रोल गिरप्तारीयों से गावों के लोग खुश नजर आये।
गावों की चर्चा अनुसार आरोपी रिटायर फौजी मृतक बेहद गरीबी में दिन काट रहा था। जब की रिटायटर फौजी रोजगार सम्पन्न व्यक्ति था। पुलिस सूत्र अनुसार आरोपी ने ससुराल पक्ष मदद से आपने भाई परिवार को ठिकाने लगाने में यह वीभत्स घटना को अंजाम दिया। जबकि वह सबूत मिटा देना चाहता था मगर इस घटना में आरोपी के घायल पिता ने जान बचाकर आरोपियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
गावों के लोग बताते हैं कि आरोपी का घर रायपुररानी की सीमा से लगा है जबकि पीरमाजरी रतौर डेरे में घर थाने से 15 किलोमीटर दूर बिलकुल एकांत में है। मृतक भाई परिवार का घर एकांत में होने की वजह भी इस घटना को अंजाम देने की साजिस ने आरोपियों के दिमाग में जोर पकड़ गयी। आरोपी के बारे बताया जाता हैकि उसने ससुराल पक्ष सहयोगियों के साथ मिलकर साजिस रची और डटकर शराब पी थी ताकि घटना को अंजाम देने में रिश्तों की मर्यादा को समझने में कोई कसर ना रह जाए।
एसपी सुरेंद्र सिंह को जिला मुख्यालय अम्बाला में रात 12 बजे जानकारी मिली –
घटना को समझते ही जिला पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह रात 12 बजे तुरंत सुचना अनुसार घटना स्थल में सुबह 3 बजे जाकर तुरंत आरोपियों द्वारा मृत शरीरों को आग लगाने की साजिस को नाकाम किया यानी अधजली लाशें काबू करके मुख्यालय मोर्चरी में भिजवाई। आरोपियों ने बल्लियों को आग लगाकर कोई घटना बनाकर इस घटना को अंजाम की साजिस रची थी।
खबरों की तह बताई है कि रायपुररानी सहित नारायणगढ़ क्षेत्र 2 जिलों के गावों इस घटना के कृत्य से नाराज हैं जबकि नारायणगढ़ कोर्ट में वकीलों ने आरोपियों का केस लड़ने तक को निंदा करते टाल करते दिखे।
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