एनडीए मंत्रिमंडल में नीतीश कुमार के मन माफिक 3 मंत्रालय चाहत -बेलन्स में दलों को मिलाने और सरकार चलाने का अभ्यास पीएम मोदी शुरू –

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|
कृष्णराज अरुण
samajjagran24tv.com
नई दिल्ली : एनडीए द्वारा पीएम चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने 17वीं लोकसभा को भंग करने की सिफारिश करते हुए पद से इस्तीफा दे दिया और अब शनिवार आठ जून या मंगलवार 12 जून को नए मंत्रिमंडल की शपथ लिए जाने की चर्चा है।अभी का 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को खत्म हो रहा था, उससे पहले लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के कारण प्रधानमंत्री ने इस्तीफा दिया है। अब कार्यकारी प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी अगले मंत्रिमंडल का खाका खींचेंगे।
2024 लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद एनडीए सरकार में मनचाहे मंत्रालय हासिल करने को लेकर प्रेशर पॉलिटिक्स का गेम आरम्भ हो चुका है. एनडीए में बीजेपी के सहयोगी दल अब केंद्र में बड़े मंत्रालयों की मांग कर रहे हैं. नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडीयू की डिमांड सबसे खास और बड़ी है. सूत्र बता रहे हैं कि नीतीश कुमार ने मोदी सरकार में तीन मंत्रालय मांगे हैं, जोकि बेहद अहम है हालांकि ये जेडीयू का ख्वाहिश है.खबर मुताबिक उसके खाते में कौन सा मंत्रालय आएगा, ये एनडीए तय करेगा। ,
जेडीयू के सूत्र की मानें तो नीतीश कुमार को तीन मंत्रालय चाहिए. चार सांसद पर एक मंत्रालय के फार्मूले पर जेडीयू अपने हिस्से में तीन मंत्रालय चाहती है. चूंकि उनकी पार्टी के 12 सांसद है, इसलिए वह 3 मंत्रालय चाहती है.इसके अलावा वित्त मंत्रालय जेडीयू इसलिए चाहती है, ताकि वित्त के कानून में परिवर्तन कर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या बिहार को विशेष पैकेज देकर बिहार का तेजी से विकास किया जा सके. वित्त मंत्रालय भी इसलिए जेडीयू चाहती है कि 2025 में बिहार विधानसभा का चुनाव है और केंद्र से राज्य में पैसा पंप होगा तो विकास कार्य जो होगा, उससे लोगों मे बड़ा मैसेज जाएगा।
– रेल , कृषि और फाइनेंस मिनिस्ट्री. नीतीश की प्रायोरिटी में रेल मंत्रालय खास है.
बतादें कि उन्हें रेल मंत्रालय इसलिए चाहिए, क्योंकि नीतीश कुमार रेल मंत्री पहले भी रह चुके हैं और रेल मंत्रालय एक ऐसा विभाग है, जिसमें सबसे अधिक जनता से सरोकार होता है. इस मंत्रालय में ज्यादा से ज्यादा लोगों से कनेक्ट किया जा सकता है। नंबर 3 पर तीसरा कृषि मंत्रालय भी इसलिए चाहते हैं, क्योंकि वह पहले भी कृषि मंत्री रह चुके हैं और जब वह बिहार के मुख्यमंत्री बने तो किसानों के लिए कई काम किए, जिसमें किसानों को पानी की दिक्कत न हो. इसके लिए एग्रीकल्चर फीडर डेडिकेटेड लाइन उन्होंने दी और वे किसानों के लिए कई काम करना चाहते हैं।
खबर अनुसार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एनडीए की बैठक मंगलवार को हो चुकी है। आगे भी टुकड़ों में होनी है। इन बैठकों के साथ यह तय हो जाएगा कि बिहार में भाजपा कोटे से एक या दो मंत्री ही रखे जाएं, क्योंकि मजबूत और जरूरी घटक दलों- जनता दल यूनाईटेड, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के साथ हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) को मिलाकर पांच से छह मंत्रियों का पद लगभग तय है।

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
आणखी कथा
