क्या आपकी फसल जंगली जानवर बर्बाद करते हैं तो अपनाएं हमारी SAMAJ JAGRAN 24TV.COM टिप्स –

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-के आर अरुण –
SAMAJ JAGRAN 24TV.COM
चंडीगढ़ –
किसानों को जंगली जनवरी नील गाय सुवर इत्यादि से फसल बर्बादी से रात रात जागना दौड़ना पड़ता है। हम आपको इस झंझंट से मुक्ति का कामयाब नुस्खा बता रहे हैं जो कई जगह कामयाबी की जानकारी मिली है आप इसे अपनाइये सुखी हो जाइये।
पहला सरल मजबूत प्रयोग –
बाजार से सौर ऊर्जा वाली हेवी टार्च लाइए – जो ना डिम होगी ना बुझेगी -सुविच आन छोड़ दीजिये। जमीन लम्बे बांस गाढ़ कर उसमे टार्च बाँध दें जिसकी सीधी रोशन पढ़ती हो – हो सके तो आटो मेटिक टार्च ओन आफ सुइच चालु कर दें जिससे लगे की खेत में पहरा दे रहे रहे हैं।
बस इतने से जंगली जानवर सावधान होकर खेत में नहीं आएंगे।
दूसरा प्रोयग भी हो सकता है कामयाब आप अपनी फसलों पर चार किलो मट्ठे में छिला हुआ प्याज, बालू के साथ मिलाकर अपनी फसलों पर छिड़काव कर सकते हैं. इस घोल के गंध से जानवर आपके खेतों के आसपास भी नहीं आएगी. इसके अलावा लहसुन से बने पेस्ट को भी आप खेतों में छिड़क सकते हैं. हो सके तो लहसुन भी डालिये उसके के गंध से भी पशु खेतों में नहीं आते हैं. इन सभी उपायों से आप अपनी फसलों को पशुओं के आतंक से बचा सकते हैं।
3 तीसरा प्रयोग भी है उत्तम –
मुर्गी के 10-12 अंडों और 50 ग्राम वाशिंग पाउडर को 25 लीटर पानी में मिलाकर घोल बनाना पड़ता है। इसके बाद किसान इस मिश्रण को खड़ी फसल के मेड़ों पर छिड़काव कर दें। इसकी गंध से छुट्टा जानवर और नीलगाय खेत में नहीं जाएंगे। उन्होंने बताया कि गर्मी और सर्दी में महीने में एक बार छिड़काव करना चाहिए और बारिश के मौसम में जरूरत के हिसाब से छिड़काव किया जा सकता है। अंडों और डिटर्जेट से बने मिश्रण से एक विशेष गंध निकलती है। नीलगाय और अन्य पशु फसलों से दूर रहते हैं।
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