पंजाब में सियासत गर्म,राजभवन और मान सरकार में ठनी- राजभवन ने CM को लिखा पत्र – आप जानकारियां नहीं दे रहे, मेरे पास कार्रवाई के अलावा अन्य विकल्प नहीं –
😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|
– कृष्ण राज अरुण –
— समाज जागरण 24 टीवी –
-चंडीगढ़ सीपीएच डेस्क –
पंजाब की सियासत में सरकार और आप पार्टी में अचानक उबाल आ गया है जब पत्रों के उत्तर ना मिलने से खिन्न राज भवन पंजाब के महामहिम बनवारीलाल पुरोहित ने मान सरकार को नोटिस देते संकेत दे दिया है कि राजभवन को उत्तर ना मिलने से सरकार के काम काज सिस्टम में कमजोरी मानते हुए क्यों ना राष्ट्रपति शासन की सिफारिस की जाय।
गवर्नर के इस पत्र के बाद पंजाब सीएम भगवत मान और उनकी पार्टी आप एक दूसरे की कमियां गिनाने को राजभवन के विरोध में खड़े हो गए हैं। गवर्नर पुरोहित के राष्ट्रपति शासन लागू करने की धमकी को आम आम आदमी पार्टी ने गंभीरता से लिया है. इस मसले पर भगवंत मान सरकार और राजभवन के बीच जारी टकराव के बीच आप सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार पर पलटवार किया है। संजय सिंह ने कहा अपने ट्वीट में लिखा है कि मोदी जी मणिपुर और मेवात को देखिए. पंजाब को बदनाम मत कीजिए. आप पंजाब में राष्ट्रपति शासन की धमकी मत दीजिए. राजभवन को राजाभवन मत बनाइए. देश में लोकतंत्र है राजतंत्र नहीं।
पंजॉब के मुख्य,मंत्री भगवतमान ने कहा की हमेशा ही राष्ट्रपति शासन का सबसे ज्यादा खामियाजा पंजाब को भुगतना पड़ा है. उन्होंने चंडीगढ़ में राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से सवाल किया कि आखिर उन्होंने ऐसी धमकी देने की हिम्मत कैसे की? राज्यपाल ने प्रदेश की 3 करोड़ शांतिप्रिय जनता का अपमान किया है. पंजाब की कानून व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण में है।
पंजाब के गवर्नर बीएल पुरोहित ने राज्य में राष्ट्रपति शासन की चेतावनी दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर कहा- राजभवन द्वारा मांगी गईं जानकारियां सरकार की ओर से नहीं दी जा रही हैं। ये संवैधानिक कर्तव्य का अपमान है। मुख्यमंत्री के इस आचरण पर उनके पास कानून और संविधान अनुसार कार्रवाई करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचता। बतादेंकि गवर्नर ने 4 पेज का ये लेटर भगवंत मान को 15 अगस्त को लिखा था, जो अब सामने आया है।
गवर्नर बीएल पुरोहित ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि पंजाब में नशा चरम पर है। एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में दवा की दुकानों पर भी नशीले पदार्थ उपलब्ध हैं। यहां तक कि राज्य सरकार द्वारा नियंत्रित शराब की दुकानों में भी नशीले पदार्थ बेचे जा रहे हैं।हाल में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, NCRB और चंडीगढ़ पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में लुधियाना से ड्रग्स बेचने वाले 66 शराब ठेकों को सील किया गया।
गवर्नर ने पत्र में लिखा है कि संसद की स्थायी समिति की हालिया रिपोर्ट बताती है कि पंजाब के अंदर हर पांच में से एक व्यक्ति नशे का आदि है। यह तथ्य पंजाब में कानून-व्यवस्था के चरमराने की ओर इशारा करते हैं।अब राज्य के अंदर ग्रामीणों ने भी बड़ी संख्या में सड़कों पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं और खुद को नशे से बचाने के लिए अपनी ग्राम रक्षा समितियां बनाने का फैसला किया है -गर्वनर ने मुख्यमंत्री को ड्रग मामले पर राज्य सरकार की ओर से की गई कार्रवाई की रिपोर्ट तुरंत उनके कार्यालय में भेजने के निर्देश भी दिए हैं।
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space