अंबाला जिले में पहाड़ों में बारिश के बाद उफान पर आई टांगरी नदी से दिनभर जनता फिर परेशानी हुई

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– कृष्णराज अरुण –
चंडीगढ़ /समाज जागरण 24tv –
जुलाई की बारिस के कहर से समुन्द्र जैसे जलमग्न हरियाणा के सैकड़ों गावों अभी अगस्त में उभरे भी नहीं थे की बीती रात पहाड़ों की बारिस कहर ने फिर तूफ़ान ला दिया। यह कहर अम्बाला जिले को फिर देखने को मिला है। मतलब यह की शुक्रवार अल सुबह ही लोगों ने जैसे ही बिस्तर से आँख खुली कि हरियाणा के अंबाला में पहाड़ों में बारिश के बाद उफान पर आई टांगरी से दिनभर परेशानी रही।
नदी में सुबह 7 बजे से जलस्तर बढ़ने का शुरू हुआ था। आसपास के इलाकों में पानी घुस गया। प्रशासन ने भी 15 हजार क्यूसेक पानी के आने की संभावना जताते हुए मुनादी कर आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी किया है।घबराए लोगों ने अपने बच्चों और जरूरी सामान को घरों से उठा फिर बांध पर डेरा डालना शुरू कर लिया है। बता दें कि अंबाला में पिछले माह जुलाई में गरीब तबका से लेकर छोटे व्यापारी, बड़े व्यापारी और उद्योगपति बाढ़ की त्रासदी झेल चुके हैं। वे अभी उससे उबरे नहीं थे कि दोबारा आफत आ गई है।
एक अच्छी बात दिखाई सिचाई विभाग ने कि सिंचाई विभाग की ओर से कुछ समय पहले ही टांगरी के भीतर पूजा विहार वाली साइड पर 20-20 फीट के बांध बनाने और नदी के भीतर 5-5 फीट की अतिरिक्त खुदाई करने के बाद जलस्तर उफान की स्थिति काबू में रही। बतादें कि यहीं कारण था कि पहले की अपेक्षा पानी ने कम मार की और केवल कुछ ही कॉलोनी की गलियों तक इसका पानी पहुंचा। जबकि शाम के समय पानी का स्तर कम होना भी शुरू हो गया था। रात तक टांगरी में महज 5 हजार क्यूसिक ही पानी था जो टांगरी के भीतर था। फिर भी मौसम विभाग के अलर्ट को लेकर लोगों में रात को फिर पहाड़ों में बरसात होने का डर था। यहीं कारण था कि उन्होंने अपने सामान को सुरक्षित स्थानों पर ही रखा।
पहाड़ों में बारिश के बाद 15 हजार क्यूसेक पानी अंबाला तक पहुंचने की सूचना थी, लेकिन 13 हजार 500 क्यूसेक ही रहा। विभाग की तरफ से बनाया नदी में बांध और खोदाई से काफी राहत रही।

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