पाकिस्तान से अब फाइनल – आतंक से कोई समझौता नहीं करेगा भारत – भारत की सेना का टेलर ला जवाब फक्र करने वाला – देश का बच्चा बच्चा खुश

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samaj jagran 24tv.
नई दिल्ली डेस्क – कृष्णराज अरुण –
पहलगाम में हुई आतंकी घटना ने आतंकी आड़ में जिस दुर्दांत तरीके से 26 लोगों को नाम पूछकर आतंकी नुमाइस की उससे भारत ने सुहागनों के सुहाग का बदला लेने के लिए सिंदूर आपरेशन ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी केम्प उढ़ाये वह अपने आप में दुनिया के आगे भारतीय सेना की शौर्य बल की मिसाल साबित हुई है। केवल आतंकी और उनके केम्प उढ़ाये गए ना की सी पाकिस्तानी फौज या उसके आम आदमी को कोई नुक्सान दिया बिना यह आपरेशन सफल किया गया।
तुर्की से लेकर चीन तक की साजिस भी नाकाम करने में भारतीय सेना का कमाल 3 दिनों में हुई कार्यवाही से पाकिस्तानी सेना मुँह ताकती रहगयी और भारत के शौर्यवीरों ने अपना पराक्रम दिखा कर यह साबित किया कि वह चाहते तो पाकिस्तान को दिल खोलकर नुक्सान पहुंचा सकते थे मगर भारत ने सिर्फ साजिस को करारा जवाब दिया यही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सियासत का संदेश था। पाकिस्तान बार बार पराजय लेकर भी भारत से आतंक के जरिये अपना दुस्स्साहस दिखाता रहा है परिणाम आज यह है की पाकिस्तानी आवाम यानी वहां की जनता काबिल युवा पीढ़ी उन्नति के रास्ते नामिल पाने के कारण अपने हुक्मरानो को कोष रही है।
भारत ने हमेशा सब्र का रास्ता अख्तियार किया और आवाम की उन्नंती के लिए जम्मू काश्मीर को पुराने सितम ढाने वाले रास्ते बंद किये और रोटी रोजगार अमन का रास्ता दिखाया जिससे पाकिस्तान झुंझलाकर रह गया उसने साजिस अख्तियार कर पहलगाम के रास्ते ट्यूरिस्ट के साथ यह घिनौना बर्ताव किया। भारत के सख्त निर्णय ने पाकिस्तान के पानी बंद करने की ठानी करके दिखा दिया की तुम आतंक छोड़ो अपनी कौम की हिफाजत उनकी उन्नंती के दरवाजे खोलो भारत अच्छे पड़ौसी मुल्क का धर्म निभाएगा।
चीन हमेशा से एक व्यापारी की तरह अपने फायदे के लिए पाकिस्तानी मुहबत्त को हथियार और कर्ज देकर लुभाता रहा है उसने हमेशा बिना लड़े युद्द किये हैं और आतंक को पालने वालों का साथ दिया और अपना कारोबार चमकाया। वास्तव में उकसाऊ आतंकी युद्द की जमीन बंनने से पाकिस्तान खुद के लिए और पड़ौसी भारत के लिए नफरत की फसल बनते जाना बेहद मुश्किल दौर में आ चुका है। आज उसे अच्छे चाल चरित्र वाले सलाहकारों हुक्मरानो की जरूरत है जो गर्दिस दौर से निकाल सकें।
भारतीय पराक्रम हमेशा सच्चे ईमान को लेकर चलने वालों के साथ इतिहास बनाता आया है।
भारतीय मुसलमान में जो भटके नहीं हैं उनके रहन सहन तहजीब उनकी दोस्ती की मिसालें कायम हुई हैं वे हमेशा गजब के जज्बे में अमन को सलाम करते आये हैं। उन्होंने फिरका परस्त लोगों का बहिस्कार किया और भारत की उन्नंती के जज्बे को चार चाँद लगाए हैं।
यह पाकिस्तानी हुकूमत के लिए बेहतरीन मौका है जब उसे सम्भलते हुए आतंक से तौबा करके कर्ज के सितम से झुलसते पाकिस्तान को एक अच्छा प्रगति पथ का मुल्क बना सकता है। नफरत की दीवारें किसी की सगी
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